अंधाधुंध ट्रांजेक्सन चार्ज लगाना आर.बी.आय. और प्रधान मंत्री की सबसे बड़ी भुल

     
  आज के समय लोग जब बैंको पे ज्यादा विश्वास कर रहे है, लोग अपने घर मे रखा हुआ पैसा भी बैंको जमा कर रहे है। लोगों को लग रहा था की उनका पैसा बैंको में ज्यादा सुरक्षीत है। उन्हे जब जरुरत होगी जीतनी भी जरुरत होगी उतना ही पैसा बैंक से निकालेंगे, जरुरत न होने पर लोग अपना पैसा फिर से बैंक मे जमा कर देंगे ।
          लेकिन एैसा नही हुआ है लोगों पे लिमीटेड ट्रांजेक्सन का बोझ डाला गया है। उनके उपर  ऑनलाईन ट्रांजेक्सन को थोपा गया है।
          जिसे  ऑनलाईन ट्रांजेक्सन करना आता है वो आराम से  ऑनलाईन ट्रांजेक्सन कर लेगा लेकिन जिसे नही आता वो क्या करे? उसने तो बैंक और देश के प्रधान मंत्री पर भरोसा किया और सारा का सारा पैसा बैंक मे जमा कर दिया। मैने भी ऐसा ही किया ।
          अब मै क्या करु पैसे महिने मे केवल चार बार ही निकाल सकते है। ये नियम है ।
          अब लोग क्या करेंगे ये नियम लागु होने से लोगों को नुकसान कम और बैंको को नुकसान ज्यादा होगा
लोग बैंको मे पैसा जमा ही नही करेंगे, यदी जमा करेंगे तो एक बार में ही ज्यादा से ज्यादा पैसा निकाल लेंगे और ज्यादा से ज्यादा कैश ट्रांजेक्सन करेंगे।
           इस तरह अंधाधुंध ट्रांजेक्सन चार्ज लगाने से ऑनलाईन ट्रांजेक्सन को बढावा नही मिलेगा बल्की लोग कैश के द्वारा  हि लेन देन करेंगे।
           इस तरह अंधाधुंध ट्रांजेक्सन चार्ज लगाने से लोग बैंको मे कैश जमा करना ही बंद कर देंगे
सरकार को चाहिये की इस विषय पे विचार करे । 

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